कई लोगों को लगता है कि शराब पीने से ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है. इसकी वजह से वे डायबिटीज के मरीज होने के बावजूद शराब का सेवन करने लगते हैं. शुगर के तमाम मरीज ऐसी बातों पर यकीन कर लेते हैं और एल्कोहल वाली ड्रिंक्स जमकर पीते हैं. अब सवाल उठता है कि क्या वाकई शराब पीने से डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है. आखिर एल्कोहल का सेवन करने से ब्लड शुगर पर क्या असर होता है. क्या शुगर के मरीजों को शराब पीनी चाहिए. चलिए जानते हैं कि इस बारे में विज्ञान क्या कहता है.
वेबएमडी की Report के अनुसार अगर आपको डायबिटीज है, तो शराब पीने से आपका ब्लड शुगर अचानक बढ़ सकता है या बहुत तेजी से गिर सकता है. दोनों ही कंडीशन को शुगर के मरीजों के लिए खतरनाक माना जा सकता है. शराब में बहुत अधिक कैलोरी होती है, जो सेहत के लिए अच्छी नहीं मानी जाती है. जानकारों की मानें तो शराब की वजह से ब्लड शुगर लेवल में तेजी से फ्लक्चुएशन होता है, जिससे शुगर के मरीजों को बचना चाहिए. शराब पीना आपके लिए सुरक्षित है या नहीं, यह जानने के लिए अपने डॉक्टर से जांच कराकर सलाह ले सकते हैं. एक्सपर्ट्स की मानें तो मध्यम मात्रा में शराब पीने से आपका शुगर लेवल बढ़ सकता है, जबकि अत्यधिक शराब से आपका शुगर लेवल खतरनाक स्तर तक गिर सकता है. खासकर टाइप 1 डायबिटीज के मरीजों के लिए शराब पीना ज्यादा खतरनाक माना जाता है. यहां तक कि बीयर और वाइन को भी शुगर लेवल के लिए अच्छा नहीं माना जाता है. बीयर और मीठी वाइन में कार्बोहाइड्रेट होते हैं और ये ब्लड शुगर बढ़ा सकते हैं. इतना ही नहीं, शराब आपकी भूख को बढ़ा सकता है, जिससे आप जरूरत से ज्यादा खा सकते हैं और आपका शुगर लेवल अनकंट्रोल हो सकता है.
कई रिसर्च में यह बात भी सामने आई है कि शराब डायबिटीज की दवाओं या इंसुलिन के प्रभाव को कम कर सकती है, जिससे डायबिटीज कंट्रोल करना मुश्किल हो सकता है. शराब ट्राइग्लिसराइड के स्तर को बढ़ा सकती है और डायबिटीज के मरीजों को हार्ट की समस्या का शिकार बना सकती है. शराब से ब्लड प्रेशर भी बढ़ सकता है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने पिछले साल जारी की गई एक रिपोर्ट में कहा था कि शराब की एक बूंद को भी सेहत के लिए सुरक्षित नहीं माना जा सकता है. अभी तक इसका कोई ठोस प्रमाण नहीं है कि एल्कोहल से शरीर को कोई फायदा होता है. इससे सिर्फ नुकसान होता है|