दोस्तों हमारे भारत की एक खासियत है unity and diversity, हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सब भाई भाई, भले इस बात को कुछ नहीं मानते होंगे लेकिन आज हम आपको एक ऐसे ही खुबसूरत जगह से रूबरू करवाने वाले जहां कोई धर्म मायने नहीं रखता भले ही यकीन करे ना करे लेकिन वो जगह ऐसी है जहां हिन्दू मुस्लिम जा कर एक साथ सिर झुकाते हैं और मन्नतें मांगते हैं तो सोचिए वो जगह कौन सी है comment box में ज़रूर बताइए क्या आपने क्या सोचा? दोस्तों आज इस science के पास लगभग हर चीज़ का जवाब है क्या है क्यों है कैसे है और कब है लेकिन जब भी बात आस्था की आती है तो कहीं ना कहीं science फीकी सी पड़ जाती है वैसे दोस्तों क्या आप भगवान पर भरोसा करते हैं? अगर करते हैं तो आज के इस video को देखने के बाद आपकी आस्था शायद और बढ़ जाएगी और अगर आप उन लोगों में से हैं जो भगवान को नहीं मानते तो आज इस video को ज़रूर देख ले क्योंकि इसको देखने के बाद आपका perception अपने आप ही बदल जाएगा आज हम आपके सामने एक ऐसी चीज़ पेश करने वाले हैं जिसके आगे science का राज़ क्या है? उसको जानने के लिए video के end तक देखना पड़ेगा तो चलिए बिना किसी देरी के आज के इस रहस्यमय video को शुरू करते हैं
दोस्तों माया नगरी का नाम तो आपने सुना ही होगा हां हम बात कर रहे हैं india के लोगो का सपनो का शहर Mumbai की……कहते हैं यहां जो भी आता है कभी खाली हाथ नहीं जाता.l और दोस्तों जाए भी तो कैसे यहां एक ऐसी चीज़ है जहां लहरें भी नतमस्तक हो जाती हैं हां दोस्तों यकीन मानिए कि हमारे भारत की एक ऐसी जगह एक ऐसा स्थान है जहां हिन्दू मुस्लिम जाकर एक साथ एक जगह सिर झुकाते हैंvजहां समंदर की लहरें तक भी नतमस्तक हो जाती हैंvदरअसल हम बात कर रहे हैं Mumbai के हाजी अली दरगाह की…..जहां समंदर की लहरें चाहे कितने उफान पर क्यों ना हों इस दरगाह के अंदर पानी की एक बूंद तक नहीं जाती। इतना ही नहीं दोस्तों, अगर आप Mumbai में रहते हैं तो आपको इस बात का अंदाज़ा होगा कि बारिश के बाद Mumbai का क्या हाल हो जाता है? बावजूद इसके इस दरगाह की एक ईट को कोई फ़र्क नहीं पड़ता, आप यकीन मानिए दोस्तों, एक या दो नहीं बल्कि हज़ारों scientist ने research किया है कि आखिर ऐसा कैसे होता है और क्यों होता है और उन लोगो को इसका जवाब आज तक नहीं मिला। आपको शायद पता होगा कि ये दरगाह सपनों की नगरी Mumbai के वरली समुद्र तट के छोटे से island पर मौजूद है इसे हाजी अली के दरगाह के नाम से जानते हैं सबसे हैरानी की बात तो यह है कि जहां ये दरगाह है उसके चारों तरफ सिर्फ और सिर्फ पानी ही पानी है इसके बाद भी आप देख सकते हैं इस मस्जिद के अंदर पानी की एक बूंद नहीं जा रही दोस्तों यह दरगाह पानी में क्यों नहीं डूबती? यह जानने के लिए आपको time को थोड़ा पीछे घुमाना पड़ेगा तो चलिए देर किस बात की है? ले चलते हैं आपको थोड़ा पीछे, लेकिन उससे पहले video को like कर दीजिए और video को छोड़कर कहीं मत जाइए
दरअसल, हाजिली उज्बेकिस्तान के एक समृद्ध और संपन्न व्यापारी परिवार से ताल्लुक रखते थे वैसे तो उनके बारे में बहुत सारी कहानियां famous है जो यकीनन आपने भी सुनी होगी लेकिन उन सब में सबसे खास किस्सा आज हम आपको सुनाने वाले हैं जो शायद यह भी आपने सुना होगा यह कहानी उन लोगों के लिए है जो भगवान पर भरोसा नहीं करते तो इसलिए आप इस video को end तक देखिए तो दोस्तों कुछ होता यूं है कि एक बार जब हाजी अली उज्बेकिस्तान में नमाज पढ़ रहे थे तभी एक महिला वहां से रोती हुई गुज़री, हाजी अली के पूछने पर महिला ने बताया वह तेल लेने के लिए निकली थी लेकिन तेल से भरा बर्तन उसके हाथ से गिर गया और तेल ज़मीन पर फ़ैल गया महिला ने हाजी अली को बताया अब उसका पति उसे इस बात के लिए बहुत मारेगा इसलिए वो रो रही है यह बात सुनने के बाद हाजि अली ने उस महिला को तेल गिरने वाली जगह पर ले जाने के लिए बोला वो महिला हाजी अली को उस जगह पर ले गई जहां पर तेल गिरा था जैसे हाजी अली वहां पहुंचे उन्होंने अपना अंगूठा ज़मीन में गाड़ दिया उसके बाद ज़मीन से तेल का फव्वारा निकलने लगा। ये चमत्कार देखते ही महिला बहुत ज़्यादा हैरान हुई उसने तुरंत अपना बर्तन तेल से भर लिया और हाजी अली को शुक्रिया अदा किया और तेल भर लेने के बाद वह महिला अपने घर चली गई, ऐसा कहा जाता है महिला तो खुश होकर वहां चली गई लेकिन हाजी यली को कोई बात बहुत ज़्यादा परेशान की जा रही थी जिसकी वजह से उन्हें रात में बुरे सपने आने लगे। इस बात से हाजी अली अंदर ही अंदर घुटने लगे, उन्हें लग रहा था कि उन्होंने बहुत बड़ा पाप कर दिया है उन्हें महसूस हो रहा था कि ज़मीन से तेल निकालकर उन्होंने ज़मीन को ज़ख्म दे दिया है बस फिर क्या था दोस्तों तभी से वो मायूस रहने लगे और tension की वजह से बीमार भी पड़ गए कुछ वक्त बाद वो अपना ध्यान भटकाने के लिए अपने भाई के साथ Mumbai व्यापार करने आए। Mumbai में वो उस जगह गए जहां आज हाजी अली दरगाह मौजूद है कुछ वक्त वही रहने के बाद हाजी अली के भाई उज़्बेकिस्तान वापस चले गए। लेकिन हाजी अली ने वही रहकर अपने इस्लाम धर्म का प्रचार प्रसार शुरू कर दिया, कहते हैं Mumbai बहुत जल्दी सबको अपना बना लेती है और हाजी अली के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। उन्होंने Mumbai में रहने का इरादा बनाकर अपनी मां को चिठ्ठी लिखी, उन्होंने चिठ्ठी में लिखा अब वो दुबारा उज़्बेकिस्तान नहीं आऐंगे और वो यहीं रुक कर इस्लाम का प्रचार करेंगे इसके बाद उन्होंने अपना काम शुरू कर दिया उन्होंने लोगों से मिलना शुरू किया और इस्लाम को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाई धीरे धीरे वक्त बीतता गया और हाजी अली के मन में मक्का में जाने की बात आई आप यकीन नहीं करेंगे लेकिन उन्होंने मक्का जाने से पहले अपने जीवन की सारी की सारी कमाई गरीबों में दान दे दी। दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दें मुस्लिम समुदाय अपने अंतिम सांस लेने से पहले एक बार तो मक्का की यात्रा ज़रूर करना चाहते हैं और शायद भगवान को उनकी ख्वाहिश के बारे में पता था तभी तो इसी मक्का यात्रा के दौरान ही हाजी अली की मौत हो गई ऐसा कहते हैं की हाजी अली की आखिरी ख्वाहिश यही थी कि उन्हें मुस्लिम रीति रिवाज के साथ तो दफनाया ना जाए, इसलिए उन्होंने अपने परिवार से कहा उनके पार्थिव शरीर को एक ताबूत में रखकर पानी में बहा दिया जाए। परिवार ने उनकी आखिरी इच्छा पूरी कर दी लेकिन इसके बाद क्या हुआ इस बारे में कोई नहीं जानता था। Science के पास भी इसका कोई जवाब नहीं है या फिर ऐसा हो सकता है कि इसी वजह से इसे चमत्कार बोलते हैं हुआ यह कि वह ताबूत सीधा Mumbai आ गया और उसी तट पर आकर रुका जहां आज हाजी अली दरगाह है सबसे हैरानी की बात तो यह थी कि दोस्तों इतने दूर का सफर तय करने के बाद भी ना तो ताबूत डूबा और ना ही ताबूत में एक बूंद पानी गया। जो लोग भगवान को नहीं मानते जरा यह बताएं यह मुमकिन कैसे हो सकता है इस घटना के बाद दोस्तों हाजी अली की याद में 1431 AD में हाजी अली दरगाह को बनाया गया। कई लोग अब तक इस बात को ढूंढने में लगे हैं कि आखिर दरगाह में समुद्र की एक बूंद जाती क्यों नहीं कई research हुए scientist आए पर शायद यह खुदा का करिश्मा ही है जिसकी वजह से हम इंसानों का इसे समझ पाना नामुमकिन सा है दोस्तों हाजी अली भारत की इकलौती ऐसी दरगाह है जहां धर्म मायने नहीं रखता, कहते हैं दिल से मांगी गई हर मुराद यह दरगाह पूरी करता है कहा जाता है कि हाजी अली कभी भी अपने भक्तों को खाली हाथ नहीं भेजते, आपको जानकर हैरानी होगी कि Mumbai के लोग ऐसा मानते हैं जब तक हाजी अली Mumbai में है तब तक tsunami जैसी छोटी चीज़ें Mumbai का कुछ बिगाड़ नहीं सकती। दोस्तों आप में से बहुत से लोग इस दरगाह में गए होंगे लेकिन बावजूद इसके अभी जो हम आपको बताने वाले है उसके बारे में बहुत ही कम लोग जानते होंगे आपकी जानकारी के लिए बता दे यह दरगाह साढ़े चार हज़ार वर्ग meter क्षेत्र में फैली हुई हैं इस दरगाह और मस्जिद की बाहरी दीवारे सफेद रंग से रंगी है दोस्तों इस दरगाह की पहचान है पचासी foot ऊंची मीनार जो आपको दूर से दिख जाएगी। मजार के चारों तरफ चांदी के डंडों से बना एक दायर है मजार के अंदर शीशे से नक्काशी की गई है और इतना ही नहीं दोस्तों यहां पर अल्लाह के निन्यानवे नाम भी लिखे हैं
अब बताइए कि आपको इसके बारे में पता था नहीं ना तो देर किस बात के video को like कीजिए तभी तो हमारी मन्नत पूरी होगी। दोस्तों अगर आप कभी Mumbai आए तो एक बार हाजी अली की दरगाह ज़रूर जाना आपको बहुत अच्छा महसूस होगा और दुआ करते हैं हाजी अली आपकी सारी फरियाद पूरी करेंगी तो चलिए इसे जल्दी ही share कर दीजिए ताकि सबकी फरियाद पूरी हो और वीडियो अच्छी लगी हो तो विडियो को लाइक करके अपने दोस्तो के साथ शेयर करना ना भूलें मिलते हैं अगली वीडियो में तब तक के लिए धन्यवाद……
Link – https://youtu.be/PwYJiyRQ4zA
Link – https://youtu.be/qioSMxzlzUM