तारीख 29 दिसंबर 1972 ईस्टर्न एयरलाइंस फ्लाइट नंबर 401 अपनी तमाम सुविधाओं के साथ 163 यात्रियों और तेरा क्रू मेंबर्स को लेकर तैयार होती है सारे ग्रुप मेंबर यात्रियों को बैठाकर अपनी जगह पर बैठ जाते हैं और जरूरी अनाउंसमेंट कर दी जाती है फ्लाइट टेक ऑफ के लिए तैयार हो जाती है इनकी कैप्टन जो 55 साल के बाद लेफ्ट होते हैं जिन्हें अप्लाई छुड़ाने का कुल 30000 घंटे का अनुभव होता है उनके साथ उनका एक को पायलट भी होता है और साथ ही फ्लाइट इंजीनियर अपने अनुभव के साथ फ्लाइट में मौजूद होते हैं 9:20 पर फ्लाइट जॉन कैनेडी एयरपोर्ट से उड़ान भर देती है सब लोग अपने हिसाब से अपनी यात्रा को एंजॉय कर रहे हो और सब कुछ ठीक चल रहा है लाइट करीब 2 घंटे की उड़ान पूरी कर चुकी होती है और अब फ्लोरिडा भी आ ही गया था एयरपोर्ट से कुछ दूर पहले ही फ्लाइट के कैप्टन खुद को लैंडिंग के लिए तैयार करने लगते हैं फ्लाइट में लैंडिंग के लिए जरूरी अनाउंसमेंट होने लगती है लेकिन किसे पता था कि अनाउंसमेंट कभी रिलेटिव तक नहीं पहुंच पाएगी अरब फ्लाइट एयरपोर्ट के पास पहुंच चुकी थी सबके चेहरे पर मंजिल पर पहुंचने की खुशी दिख रही थी तभी लैंडिंग के लिए को पायलट नहीं लैंडिंग गियर को

खोलने के लिए लीवर को नीचे की तरफ दबाया बता दे किसी और की मदद से ही लैंडिंग गियर को खुला या बंद किया जाता है और जब लैंडिंग गियर खुलता है तो सामने की स्क्रीन पर एक ग्रीन इंडिकेटर जलने लगता है वह पायलट ने लीवर को नीचे तो कर दिया लेकिन सामने उसने जो देखा वह डरावना था उसने देखा कि सामने के इंडिकेटर वाली ग्रीन लाइट जल ही नहीं रही है उसने इस बात की जानकारी तुरंत अपने कैप्टन को दी कैप्टन बा ब्लॉक नहीं जो भी देखा तो उनके होश उड़ गए क्योंकि इंडिकेटर के न चलने का मतलब है कि आगे का लैंडिंग गियर अभी ओपन नहीं हुआ है इसके बाद बाप में खुद अपने हाथों से लीवर को फिर से ऊपर नीचे किया लेकिन लाइट तब भी ऑन नहीं हुई इसकी जानकारी उन्होंने तुरंत एयरपोर्ट के कंट्रोल यूनिट को दी जहाज तब तक नीचे आना शुरू हो गया था इसलिए उसे कुछ मिनट में लैंड भी करना था लेकिन जब एयरपोर्ट यूनिट को इस बात का पता लगा तो उन्होंने कैप्टन से कहा जहाज को तुरंत 2008 की ऊंचाई पर ले जाइए और उसे ऑटो पायलट मोड पर डालकर खुद चेक कीजिए कि आगे की लैंडिंग गियर के साथ हुआ क्या है जैसे कंट्रोल यूनिट की सलाह दी डरे हुए कैप्टन ने वैसा ही किया जहाज को 2000 फीट की ऊंचाई पर ले जाकर उसने उसे ऑटोपायलट मोड में डाल दिया इसके बाद जहाज

के इंजीनियर साहब केबिन में पहुंचते हैं और इंडिकेटर को देखते हैं उन्हें लगता है शायद इंडिकेटर ही खराब हो गया है इसीलिए उन्होंने पूरा इंडिकेटर खोल कर चेक किया लेकिन वह बिल्कुल सही था इसके बाद उन्होंने प्लेन का वह बटन दबाया जिसे दबाने पर प्लेन में लगी हुई हर लाइट ऑन होकर ही बताती है कि सब कुछ सही से काम कर रहा है लेकिन इस बार भी वह ग्रीन लाइट नहीं चली इसके बाद प्लेन की कैप्टन इंजीनियर साहब प्लेन केबिन में जाकर वहां से आगे की लैंडिंग गियर को देखने के लिए कहा इंजीनियर तुरंत प्लेन के बाटम केबिन में पहुंच चुके थे इधर 10 मिनट का समय बीत

चुका था और प्लेन ऑटो पायलट मोड में था चाहती हूं धीरे-धीरे नीचे भी आने लगा था जिसका होश किसी को नहीं था इधर इंजीनियर ने जो देखा वह सेल में मौत की उन्होंने देखा पीछे के लैंडिंग गियर तो खुल गए हैं लेकिन आगे का लैंडिंग गियर अभी भी बंद है जिसके बिना लैंडिंग पॉसिबल ही नहीं है तभी अचानक प्लेन और नीचे होने के कारण आउट ऑफ कंट्रोल होने लगा और उसमें बैठे यात्री परेशान होने लगे सारे क्रू मेंबर उन्हें शांत करने में लगे थे लेकिन करीब 1000 फीट की ऊंचाई पर आ गया था जिसे देखकर कैप्टन को लगा और नीचे गया तो कहीं टकरा जाएगा इसीलिए की कोशिश करने लगा लेकिन पूरी तरह नाकाम रही और पूरी तरीके से जमीन से जा टकराया सकते हैं टकरा रहा था तो उसकी स्पीड करीब 350 किलोमीटर प्रति घंटे थी जिस वजह से जहाज के परखच्चे उड़ गए जिसमें कुल 101 लोगों की जान चली गई और 75 लोगों को जिंदा बचा लिया गया जहाज का मलबा एयरपोर्ट से करीब 30 किलोमीटर दूर जाकर मिला अब आपको लग रहा होगा कि इसमें भूत तो आया ही नहीं तो दोस्तों अब यह कहानी खत्म नहीं हुई है बल्कि एक तरीके से यहीं से शुरू होती है हुआ कुछ यूं कि फ्लाइट के बाद में एक और ईस्टर्न एयरलाइंस फ्लाइट प्राइस 40 उड़ान पड़ती है उड़ान भरने की

सुविधा का ध्यान रखते हुए लगती है लेकिन उसके सामने आना चाहती थी लेकिन उसकी आवाज भी नहीं निकल पा रही थी यू कम है लेकिन जैसे उसने अपना हाथ दोबारा ओवन की तरफ बढ़ाया वह चेहरा फिर से सामने आ गया और अपने होठ मिलाकर कुछ कहने की कोशिश करने लगा मैरिज तुरंत डर के वहां से भाग गई और जाकर उसमें फ्लाइट इंजीनियर से सारी बातें कहीं इंजीनियर को तो पहले ही बात मजाक लगी लेकिन जब वह मैरी के साथ फूड्स टूट गया तो उसने भी वहां वही देखा जो मेरी बोल रही थी डरावना चेहरा कुछ कहने की कोशिश कर रहा था इस बार उस चेहरे से आवाज आ रही थी और वह चेतावनी दे रहा था कि कुछ ही देर में फ्लाइट में आग लग जाएगी इतना कहते ही वह चेहरा वहां से गायब हो गया मेरी कुछ समझ में नहीं आ रहा था लेकिन इंजीनियर ने उस चेहरे को पहचान लिया जरा फ्लाइट इंजीनियर इंजीनियर बाकी की बातें बकवास लगी कैप्टन को लगा इंजन ठीक से काम नहीं कर रहा है इसलिए उस लाइट को मेक्सिको से मोड को वापस न्यूयॉर्क की तरफ ले गया जहां फ्लाइट लैंड करवाने के लिए सभी पैसेंजर को एयरपोर्ट पर वेट करने के लिए कहा गया इसके बाद इंजन को रिपेयर किया जाता है और उसके बाद उसे चेक करने के लिए फ्लाइट को बिना पैसेंजर के उड़ाया जाता है लेकिन इस जहाज

में जैसे ही उड़ान भरी वैसे उस के लेफ्ट साइड के इंजन में आग लग गई जिसे देख लोगों के होश उड़ गए मैरी और फ्लाइट इंजीनियर को सिर्फ रखो की बातें याद आ रही थी उसके बाद सारे क्रू मेंबर को भी यकीन हो गया कि मैं जो कह रही थी वह सही था और अगर फ्लाइट में बैठे रहते तो आज सारे पैसेंजर और क्रू मेंबर मारे जाते इसके बाद फ्लाइट फ्लाइट फ्लाइट की जांच हुई तो पता चला गया था और वह था जो कि काफी हैरान करने वाली बात थी खैर अब जो भी हो एक तरह से उस भूत की वजह से इतने लोग फ्लाइट क्रैश में फिर से मरने से बच गए अगर वहां सच में भूत था तो इस दुनिया में ऐसे बहुत से भूतों की जरूरत है |

By Naveen

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