क्या आपको लगता है की आप हमारे देश के बारे में सब कुछ जानते हैं क्या आप उन जगह के बारे में भी जानते हैं जिनका नाम भी यह कम व्यक्ति को पता नहीं होगा अगर हम आपको ऐसा कहे की हम आज उन जगह का नाम लेने जा रहे हैं जो बहुत फेमस है मगर उनके बारे में कोई भी नहीं जानता

भारत की इकलौती कांच से बनी मस्जिद भारत की पहली और इकलौती कांच से बनी मस्जिद शिलांग में है इतनी खूबसूरती से बनी यह विशाल मदीना मस्जिद शिलांग के लावणे इलाके में गैरिसन ग्राउंड के करीब स्थित है यह मदीना मस्जिद 120 सीट ऊंची है और 61 फीट चौड़ी चार मंजिला इमारत है जिसमें 2000 varshippers आसानी से बैठ सकते हैं और इसे भारत की पहली कांच की मस्जिद होने का दवा किया जाता है मदीना मस्जिद कांच की डोम और कांच की मनरो की एक शानदार और आंखों को भा जाने वाला स्ट्रक्चर है इसे शिलांग मुस्लिम यूनियन और कुछ वेल विशेष की फाइनेंशियल ऐड से बनाया गया है अगर इस पर खर्च किए के पैसों का एक rafera आपको जानना है तो यह लगभग ₹2 करोड़ के आसपास पहुंच जाता है शिलांग मुस्लिम यूनियन असम के महासचिव और मेघालय के मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार शाहिद उल्लाह नौकरों ने कहा ये एक आर्किटेक्चर चमत्कार है मस्जिद के परिसर कांच पर जो कम किया गया है उसकी वजह से वो रात में इसके पैमाइश में एक चमकदार रोशनी भी करता है मस्जिद में मेहरबा नाम का एक मरकज या धार्मिक संस्थान है जो इस्लामी शिक्षा प्रदान करता है और इसी के साथ इसमें लाइब्रेरी है जिसमें कंपैरेटिव रिलिजियस स्टडीज पर लिखी गई किताबें शामिल हैं इसी के साथ यहां महिलाओं के नमाज अदा करने के लिए अलग जगह है अगर आपको कभी मौका मिले तो इस मस्जिद की शानदार डिज़ाइन को अपनी आंखों के सामने देखिएगा

देश का पहला टोबैको फ्री विलेज जी हान आपको इसके बारे में सुनकर काफी हैरानी हुई होगी लेकिन हमारे देश में एक ऐसा भी गांव है जहां आपको किसी भी हाल में नहीं मिलेगा और ये कोई और नहीं बल्कि नागालैंड का गरीब फेंका गांव है इस जगह को देश का पहला तंबाकू मुक्त गांव घोषित किया गया प्रसिद्ध हॉल में प्रधान सचिव ने वर्ल्ड नॉट टोबैको दे की दिवस पर इस बात की घोषणा की थी गांव में एक संकल्प लिया गया की तंबाकू या शराब पी के शांति में खरल करने वालों पर ₹1000 जुर्माना लगाया जाएगा इसके साथ ही सार्वजनिक जगह पर बीड़ी पैन सुपारी शराब आदि के उपयोग करने पर ₹500 की जमाने का प्रावधान किया गया है इनका इस बारे में कहना था की गरिमा ग्रामीण परिषद विलेज विज़न सेल और गांव की छात्र यूनियन के द्वारा उठा गए कदम का यह परिणाम है आज भी विलेजर्स से स्ट्राइक की इसका पालन करवाया जा रहा है आपको इसके बारे में शायद ना पता हो पर हमारे देश में टोबैको की वजह से एक साल में 1.2 मिलियन लोग मारे जाते हैं पर हमारे देश की गवर्नमेंट इन आंकड़ों के बाद भी इस पर कभी बन नहीं लगाएगी क्योंकि इससे काफी इनकम और एंप्लॉयमेंट जेनरेटर होती है पर हेल्थ के टर्म्स में बात करें तो इनका ये एक डिस्टेंस सिर्फ इनके गांव के लिए ही नहीं बल्कि देश के दूसरे हसन के लिए भी एक एग्जांपल बनकर सामने आया है

भारत का इकलौता एक्टिव ज्वालामुखी अक्सर ज्वालामुखी का कंपैरिजन एक छोटे बच्चे से की जाती है जिसको अगर गलती से भी नींद से उठा दिया जाए तो वो रो-रोकर तहलका मचा देता है ज्वालामुखी भी कुछ इस तरह का ही है अगर एक बार यह जाग जाए तो अपने आसपास राखी हर चीज को रख बना देता है ज्वालामुखी के अलावा की रेंज में पुरी इस दुनिया में ना जाने कितने लोग ए चुके हैं भारत में भी एक ऐसा एक्टिव ज्वालामुखी है जो जब भी जगत है अपने मुंह से खोलता हुआ लावा उगलता रहता है ये ज्वालामुखी है वॉरेन द्वीप ज्वालामुखी जॉन मरने को वॉर द्वीप रूप का पूर्वी हिस्सा है बाइलैंडो ही भारत ने बल्कि पूरे साउथ एशिया का एकमात्र एक्टिव ज्वालामुखी है लिए आज हम आपको इसके बारे में कुछ खास बातें बताते हैं ये जो ज्वालामुखी हनुमान की राजधानी पोर्ट ब्लेयर से लगभग 150 किलोमीटर दूर बंगाल की बीम है लगभग 3 किमी के दायरे में फैले बैरन द्वीप ज्वालामुखी के आसपास कोई हरियाली या किसी भी तरह की लिविंग स्पीशीज नहीं है यही वजह है की इस हिस्से को बैरन नाम दिया गया है सबसे पहले साल 1787 में ज्वालामुखी से धुआं और लावा निकलता देखा गया था तब से अब तक ज्वालामुखी का फटना रिकॉर्ड किया जा चुका है बीच-बीच में सिद्ध हुआ निकलने का यह मतलब है की यह लगातार उसे समय से एक्टिव रहा है यही वजह है की इसके आसपास अगर किसी को जाना भी होता है तो उसके लिए आइलैंड ग्रुप के फॉरेस्ट डिपार्टमेंट से खास इजाजत लेनी होती है सुनामी के वक्त ये jwalam लगातार जिसकी वजह वैज्ञानिकों ने यह बताई थी की धरती के भीतर किसी भी तरह की हलचल से ज्वालामुखी फटता है जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया सैटेलाइट की जरिए लगातार इस ज्वालामुखी पर नजर राखी जाती है इससे धरती के भीतर की हलचल रिकॉर्ड करने में भी मदद मिलती है साथ ही साथ इसरो भी बैरन द्वीप में किसी भी तरह के बदलाव को देख रहा है ऐसी उम्मीद की जा रही है की इसका शॉप दूरी और लावा की बहाने की दिशा से भविष्य में प्राकृतिक डिजास्टर की सूचना भी पहले मिल सकेगी भारत का इकलौता सिंफनी अगस्त नेशनल सेंटर फॉर डी परफॉर्मिंग आर्ट्स यानी एसबीए पर बेस्ड सिंफनी आर्केस्ट्रा ऑफ इंडिया एस ओ आई भारत का पहला और एकमात्र प्रोफेशनल आर्टिस्ट राय इसकी स्थापना 2006 में एनसीपी के अध्यक्ष और अंतरराष्ट्रीय स्टार पर प्रसिद्ध वायलिन वर्चुअल व्यक्ति ने की थी जो आर्केस्ट्रा के संगीत निदेशक मैरिड बाय सांगली के रूप में कार्य करते हैं जैन दलाल puriident कंडक्टर के रूप में 7 साल की सेवा के बाद सितंबर 2014 में से क एसोसिएट म्यूजिक डायरेक्टर नियुक्त किया गया भूमिका निभाते हुए रेजिडेंट कंडक्टर के रूप में कम करती बर्बिन कार्लो ऋषि अगस्टिन तू में यूनिसेफ विनर एवर डंकन अवार्ड कॉल जेनकिंस सिकंदर सिनेमा ऑफ क्रिस्टोफर जैसे प्रसिद्ध कंडक्टर्स के साथ कम किया है जितने भी लोग इस टाइप के म्यूजिक को फॉलो करने वाले हैं इन सभी के नाम से वाकिफ होंगे ये लोग एक आम व्यक्ति के लिए अर्जित सिंह और जुबिन नौटियाल हैं अपनी फाउंडेशन रखने की बात की दशक में आके इसने भारत और अंतरराष्ट्रीय स्टार पर प्रदर्शन किया है म्यूजिक टूर्स के दौरान हॉल ऑफ कॉलम्स मास्को और रॉयल ओपेरा हाउस मस्कट में सोई को प्रदर्शन करते देखा गया था अक्टूबर 2015 में से ने 2015-16 अबू धाबी क्लासिक सीजन ओपनिंग की इसके बाद एमिरेट्स पैलेस ऑडिटोरियम अबू धाबी में परफॉर्म किया और जनवरी 2016 में स्विट्जरलैंड में तीन संगीत प्रोग्राम प्रेजेंट किए डॉन हेल आर्केस्ट्रा में और विक्टोरिया हॉल जेनेवा सीरीज के इनविटेशन पर इन्होंने यहां भी पर किया सिंफनी परफॉर्मेंस की लिस्ट के में बेसिस के अलावा एन सिप और एस ओ आई बड़े पैमाने पर प्रोडक्शंस को भी प्रेजेंट किया है जिसमें टॉस का माध्यम बटरफ्लाई और केविन एरिया रस्टीकना pagaliyaki की परफॉर्मेंस के साथ पुरी तरह से स्टैचू ऑफ रूस में ले 2017 में से ने कालो रिज़वी द्वारा ऑर्गेनाइज्ड लबों में एक नए प्रोडक्शन का प्रीमियर भी किया था भारत का मणिपुर राज्य अपने आप में कई खूबसूरत नजारे समेत है यहां देश के नॉर्थ ईस्ट हिस्से के ताजा पानी की सबसे बड़ी झील है इस झील का नाम है लोकतक अब आप सोच रहे होंगे की इसमें बाकी झील के मुकाबला क्या खास बात है तो इसका जवाब यह है की यह झील दुनिया की एकमात्र तैरती हुई नेशनल पार्क है अब हम आपको इसके इतिहास के बारे में थोड़ा सा बताएं तो लोग तक झील इंफाल से 53 किलोमीटर दूर मणिपुर के बिशनपुर जिले में है दुनिया में झील को तैरती हुई झील के नाम से भी जाना जाता है अगर आप सोच रहे हैं की आपको इसमें देखने को क्या मिलेगा तो यहां आप बने सुंदर प्राकृतिक द्वीप को शांत माहौल में देख सकते हैं इन्हें पुंडी के नाम से भी जाना जाता है इन द्वीपों में सबसे बड़ा द्वीप 40 स्क्वायर किलोमीटर में फैला हुआ है इन्फॉर्म देवबंद लोकल मछुआरे रहते हैं इस नेशनल पार्क को विश्व से एक स्टंट होते शंघाई हीरो का आखिरी प्राकृतिक घर भी कहा जाता है अगर आपको बताना हो तो हम आपको इसके बारे में एक और खास बात बता देते हैं की शंघाई मणिपुर का राज्य पशु भी है प्रकृति के सुंदर नजरों पर तैरती लोग तक झील मणिपुर को आर्थिक रूप से भी मजबूत बनाती है क्योंकि यह यहां का एक फेमस टूरिस्ट अट्रैक्शन पॉइंट है इस झील के रेवेन्यू जेनरेट करने के साथ-साथ ये और भी चीजों में कम आता है और उसमें सबसे के फायदे है हाइड्रो पावर जेनरेशन इस आइलैंड से लिया गया पानी हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर जेनरेट करने के कम आता है हाइड्रो पावर एक रिन्यूअल सोर्स ऑफ एनर्जी इलेक्ट्रिसिटी जेनरेट करने के कम आता है इंडिया की इकलौती कॉल म्यूज़ियम असम हमारे देश के उन राज्यों में से एक है जहां पर फॉसिल फ्यूल्स का रिज़र्व एबंडेंस में है यहां पर लो ऐश कोल्ड रिसोर्सेस लाइमस्टोन और डोलोमाइट डिपॉजिट्स भरपूर पाए जाते हैं इसके अलावा यहां पर और भी कई सारे unexplod मिनरल्स भी उपलब्ध है कॉल मीनिंग यहां पर लोगों के लाइवलीहुड करने का एक बहुत इंपॉर्टेंट जरिया है और असामी वो स्टेट है जहां कोल प्रोड्यूस करने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है कॉल इंडिया लिमिटेड इसी ऑफिस के पास भारत का इकलौता कॉल म्यूज़ियम असम के मार्गेरीटा में बना हुआ है इस म्यूज़ियम की इनॉग्रेशन 29 अक्टूबर 2022 को हुई थी इस म्यूज़ियम के अंदर मैन्युफैक्चर्ड लोकोमोटिव के रिलिक्स के इसी के साथ दुनिया के स्टंप्स का एक रेयर कलेक्शन और असम रेलवे और ट्रेडिंग कंपनी लिमिटेड की हिस्ट्री है इस म्यूज़ियम का अट्रैक्शन पॉइंट कॉल मीनिंग की प्रैक्टिस है जिसे रियल टाइम मॉडल के जरिए दिखाए जाता है इसी के साथ आपको nemadang में कॉल मीनिंग की हिस्ट्री भी देखने को मिल जाएगी और तो और इंग्लैंड के मैनचेस्टर में मैन्युफैक्चर हुए ट्रांसफार्मर्स कॉलेजेस और सर्किट्स के रियल लाइफ मॉडल भी उपलब्ध हैं जिस किसी को भी हिस्ट्री में ड्रेस है और वो कॉल मीनिंग के बारे में जानता है उनके लिए इस म्यूज़ियम से बेहतर और कोई जगह नहीं हो सकती यहां पर आपको सेंट के साथ-साथ वहां रेट में बना सिंह को विला रेस्टोरेंट में जाकर वहां के ट्रेडिशनल को जिन खाने का एक्सपीरियंस भी आप ले सकते हैं .

By Naveen

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