भारत का एक ऐसा राज्य जिसके बारे में यह कहा जाता है कि यहां खुद भगवान रहा करते हैं, एक ऐसा राज्य जहां की प्राकृतिक सुंदरता देखने लायक है और इतना ही नहीं इस राज्य को भारत का सबसे स्वच्छ राज्य भी माना जाता है…. दोस्तों हम बात कर रहे हैं भारत के केरल राज्य कि जहां पर आपको 99% से भी ज्यादा लोग पढ़े-लिखे मिलेंगे…. तो आइए आज की इस लेख में केरल से जुड़ी कुछ ऐसी बातों के बारे में जानते हैं जिनके बारे में हो सकता है अभी तक आपको जानकारी ना हो, तो चलिए लेख को शुरू करते हैं।
इससे पहले हम केरल राज्य के बारे में कुछ इंटरेस्टिंग बातें जाने आइए पहले लिए थोड़ा केरल का इतिहास जान लेते हैं….. दरअसल साल 1956 में TRAVANCORE और cochin को मिलाकर केरल राज्य को बनाया गया था, वही क्षेत्रफल की बात की जाए तो भारत के सभी राज्यों में केरल क्षेत्रफल के मामले में 21 वे नंबर पर आता है जिसका क्षेत्रफल 38000 वर्ग किलोमीटर से भी ज्यादा का है, दोस्तों केरल भारत के सबसे खूबसूरत राज्यों में गिना जाता है, इसके अलावा केरल हिल स्टेशन, शानदार बैकवाटर, हरे भरे चाय के बागान और नारियल के पेड़ की वजह से भी जाना जाता है और यही सभी चीज सिर्फ इंडिया के लोगों को ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करती है, हालांकि जो टूरिस्ट नेचर की खूबसूरती देखना पसंद करते हैं तो उन लोगों के लिए यह जगह किसी वरदान से कम नहीं है, क्योंकि आपको केरल के अंदर इतने खूबसूरत जंगल देखने को मिल जाएंगे की वहां से आपको जाने का मन नहीं होगा और यही वजह है कि केरल के कई खूबसूरत जंगल आज टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन गए हैं।
हो सकता है आप में से बहुत से लोगों को केरल नाम का मतलब ना पता हो दरअसल जब भी हम केरल का जिक्र करते हैं तो हमारे दिमाग में अपने आप ही नारियल और वहां का कल्चर आ जाता है और दिलचस्प बात यह है कि नारियल का संबंध भी केरल शब्द से ही है दरअसल मलयालम भाषा में नारियल के पेड़ को केरा कहकर बुलाया जाता है और आलम का मतलब होता है जमीन यानी भूमि इस तरह से केरल के लोगों ने इस जगह का नाम ही केरलम रख दिया और धीरे-धीरे लोग इस जगह को केरल कहकर बुलाने लग गए।
केरल सांस्कृतिक तौर तरीके से भी काफी आगे है और इस बात का अंदाजा आप इस तरह भी लगा सकते हैं कि केरल में तिरुवंतपुरम नाम की जगह पर पद्मनाभ स्वामी मंदिर है और हो सकता है आपने भी इस मंदिर का नाम सुना हो, लेकिन दिलचस्प बात यह है कि पद्मनाभ स्वामी मंदिर को दुनिया का सबसे अमीर मंदिर माना जाता है और यह कहा जाता है कि इस हिंदू मंदिर के पास इतनी संपत्ति है जितनी अगर भारत के लोगों में भी बाट दी जाए तो हर इंसान लखपति हो जाएगा, लेकिन इससे पहले आप यह सोचे कि केरल के इस मंदिर से पैसे निकाल कर इंडिया के गरीब लोगों को बांट देने चाहिए, तो हम आपको बता दें कि इस मंदिर की संपत्ति को लेकर कई तरह की मान्यताएं हैं जिसके बारे में हम कभी और जिक्र करेंगे, लेकिन संपत्ति के अलावा भी ये मंदिर काफी खूबसूरत है इसके परिसर को इतना खूबसूरत बनाया गया है कि जिसे देखने सिर्फ इंडिया से ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया से टूरिस्ट आते हैं।
केरल के बारे में एक दिलचस्प बात यह भी है कि केरल ही वह राज्य है जहां से सबसे पहले आयुर्वेदिक दवाइयों की शुरुआत की गई थी, ऐसा माना जाता है कि केरल की जलवायु और यहां की प्रकृति की वजह से यहां पर बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज आयुर्वेद के जरिए किया जाता है और यहां के लोग यह भी मानते हैं कि परमेश्वर का उनके ऊपर आशीर्वाद है जिसकी वजह से केरल के अंदर यह खास जड़ी बूटियां पाई जाती हैं और जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आज आयुर्वेद का इस्तेमाल सिर्फ इंडिया में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में धीरे-धीरे किया जा रहा है और इतना ही नहीं बल्कि केरल ही वो राज्य है जिसके बारे में यह कहा जाता है कि यहां मानसून की सबसे पहली बारिश होती है और जब यहां बारिश होती है तो इसका साफ मतलब यह है कि अब पूरे देश में बारिश होने वाली है और अमूमन जून के पहले ही हफ्ते के दौरान पूरे दक्षिण भारत में बारिश शुरू हो जाती है और सबसे खास बात केरल की यह है कि इस दौरान केरल इतना खूबसूरत नजर आता है जिसे आप अपनी आंखों से देखेंगे तो आपको ऐसा लगेगा कि जैसे आप स्वर्ग में आ गए हैं।
आयुर्वेद
इसके अलावा बात की जाएगी केरल की कुल जनसंख्या की तो आज के समय में केरल जनसंख्या के मामले में भारत का 13 वा बड़ा राज्य है जिसकी जनसंख्या 3 करोड़ 57 लाख से भी ज्यादा की है, हलाकि केरल 14 जिलों में बटा हुआ है और इसकी राजधानी तिरुवनंतपुरम को माना जाता है……वही बात की जाए केरल की ऑफिशियल लैंग्वेज की तो केरल में ज्यादातर मलयालम बोलने वाले लोगों की संख्या ज्यादा है इसलिए केरल की ऑफिशियल लैंग्वेज भी मलयालम ही है, हालांकि हो सकता है आप में से बहुत से लोगों को इस बात की जानकारी हो कि केरल को पहले मैसूर वंश का घर भी कहा जाता था जहां हैदर अली और टीपू सुल्तान जैसे शासको ने अंग्रेजों के खिलाफ एक नहीं बल्कि चार लड़ाई लड़ी थी और शुरुआत में केरल राज्य को travankor राज्य के नाम से पहचाना जाता था, लेकिन 1 जुलाई 1949 को इस जगह का नाम केरल रख दिया गया और उसके बाद 1956 के अधिनियम के तहत रावणकौर, कोच्चि और मालाबार तट को मिलाकर केरल राज्य को बनाया गया और सबसे दिलचस्प बात यह है कि 1991 में केरल पूर्ण शिक्षक राज्य बन गया जहां रहने वाला तकरीबन हर इंसान पढ़ा लिखा था और शायद यही वजह भी हो सकती है कि केरल भारत का एक ऐसा राज्य है जहां पर सबसे कम करप्ट लोग हैं।
वही बात की जाए केरल की आर्थिक स्थिति की तो कोची केरल का सबसे महत्वपूर्ण बंदरगाह है जिसे अरब सागर की रानी के नाम से भी लोग बुलाते हैं हालांकि केरल में सबसे ज्यादा कोइर और काजू का काम किया जाता है और उसे पूरे भारत में भेजा जाता है और इसके अलावा इंडिया में जितना भी रबर तैयार किया जाता है उसका 91% हिस्सा केरल में ही तैयार होता है और हो सकता है आपने पहले सुना हो कि केरल को मसाले का बगीचा भी कहा जाता है और ऐसा इसलिए है, क्योंकि यहां पर तकरीबन हर तरह के मसाले बहुत आसानी से मिल जाते हैं और उसे पूरे भारत तक पहुंचाया जाता है।
Teak Museum
हालांकि यह बात अलग है कि केरल में खाने-पीने के शौकीन बहुत ज्यादा है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि केरल के लोग अपनी हेल्थ का ध्यान नहीं रखते बल्कि एक रिपोर्ट की माने तो इंडिया में सबसे ज्यादा जीवन दर केरल के लोगों का ही होता है जो अमूमन 78 साल की जिंदगी जीते हैं और आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया का पहला और सबसे बड़ा सागवान का म्यूजियम भी केरल के अंदर मौजूद है, जिसे देखने के लिए दुनिया भर से लोग आते हैं। इसके अलावा अगर आप केरल घूमने फिरने के इरादे से जाना चाहते हैं तो आपको बता दे कि यह आपके लिए आपकी जिंदगी का सबसे बेहतर एक्सपीरियंस होने वाला है, क्योंकि केरल के अंदर तिरुवंतपुरम और कोच्चि एक ऐसी जगह है जहां आपको घूमने की कई जगह मिल जाएगी आप तिरुवंतपुरम में पद्मानाभ स्वामी मंदिर जा सकते हैं और श्री चित्र आर्ट गैलरी जा सकते हैं इसके अलावा कोच्चि के अंदर आप कोचीन म्यूजियम जा सकते हैं और यह आपके लिए एक अच्छा एक्सपीरियंस रहेगा।
तो फिलहाल इस लेख में सिर्फ इतना ही और उम्मीद करते हैं इस लेख के जरिए आपको केरल राज्य के बारे में काफी कुछ जानने का मौका मिला होगा और कुछ ऐसी बातें भी आप आज जान गए होंगे जिनके बारे में शायद आपने पहले कभी ना सुना हो तो अगर आपको यह लेख पसंद आई तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें ताकि उन तक भी यह जानकारी पहुंच सके और अगर आप हमारी इस लेख को फेसबुक पर देख रहे हैं तो हमारे फेसबुक पेज को भी जरूर फॉलो कर ले ताकि जब भी हम आपके लिए इस तरह की लेख लेकर आए तो वह आप तक भी पहुंचे।