माइकल जैक्सन, जिन्हें “किंग ऑफ पॉप” के नाम से जाना जाता है, ने अपने जीवन के आखिरी 24 घंटे कैसे बिताए? यह सवाल उनके असंख्य प्रशंसकों के दिलों में आज भी गूंजता है। 25 जून 2009 की वह दुखद तारीख, जब दुनिया ने अपने सबसे चमकते सितारे को खो दिया, उस दिन की घटनाओं को याद करना दिल दहला देने वाला है। आइए, उन आखरी 24 घंटों की विस्तार से चर्चा करें।
24 जून 2009: सुबह
माइकल जैक्सन की सुबह आमतौर पर जल्दी शुरू नहीं होती थी। वह देर रात तक काम करने के आदी थे, खासकर जब वह अपने संगीत और डांस रिहर्सल में व्यस्त होते थे। 24 जून की सुबह भी ऐसी ही थी। वह देर रात तक अपने आगामी “दिस इज़ इट” टूर की तैयारी में लगे हुए थे, जो कि उनके करियर का सबसे बड़ा और सबसे महत्वाकांक्षी टूर होने वाला था।
परिवार और दोस्त
उनके परिवार और करीबी दोस्तों का कहना है कि माइकल सुबह के समय अपने बच्चों प्रिंस, पेरिस और ब्लैंकेट के साथ समय बिताते थे। वे अपने बच्चों से बेहद प्यार करते थे और उनके साथ खेलना और बातचीत करना उन्हें बेहद पसंद था। यह उनके लिए सुकून और खुशी का समय होता था।
दोपहर: डॉक्टर के साथ समय
दोपहर में, माइकल जैक्सन ने अपने व्यक्तिगत डॉक्टर, डॉ. कॉनराड मरे से मुलाकात की। डॉ. मरे माइकल की स्वास्थ्य समस्याओं के लिए जिम्मेदार थे और उनके साथ उनके अधिकांश समय बिताते थे। माइकल को कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ा, जिनमें अनिद्रा और दर्द प्रबंधन शामिल थे। डॉक्टर मरे ने उन्हें कई प्रकार की दवाइयाँ और उपचार दिए थे, जिनमें प्रोपोफोल नामक एक शक्तिशाली एनेस्थेटिक भी शामिल था, जो अनिद्रा के इलाज के लिए इस्तेमाल किया गया था।
शाम: रिहर्सल
शाम को, माइकल जैक्सन ने “दिस इज़ इट” टूर के लिए रिहर्सल किया। यह रिहर्सल लॉस एंजिल्स के स्टेपल्स सेंटर में आयोजित किया गया था। उन लोगों के अनुसार जो उस समय वहां मौजूद थे, माइकल जैक्सन अपने प्रदर्शन में पूरी तरह से डूबे हुए थे। वह न केवल अपने डांस मूव्स को परफेक्ट करने में लगे थे, बल्कि अपने बैंड और डांसर्स के साथ हर छोटी-छोटी डिटेल पर ध्यान दे रहे थे।
उनके सहयोगियों ने बताया कि वह उस रात बेहद ऊर्जावान और प्रेरित थे। उनके मूव्स, उनकी आवाज़ और उनकी परफॉर्मेंस में वही पुरानी चमक दिखाई दे रही थी जिसने उन्हें “किंग ऑफ पॉप” बनाया था। उन्होंने अपने सबसे प्रसिद्ध गीतों, जैसे “बिली जीन,” “थ्रिलर,” और “बिट इट” के लिए रिहर्सल की।
रात: घर वापसी
रिहर्सल के बाद, रात के लगभग 12 बजे, माइकल जैक्सन अपने होल्म्बी हिल्स स्थित घर वापस लौटे। घर लौटने के बाद, उन्होंने अपने बच्चों से मुलाकात की और उन्हें गुड नाइट कहा। इसके बाद वह अपने कमरे में चले गए जहां डॉ. मरे उनका इंतजार कर रहे थे।
25 जून 2009: मध्यरात्रि के बाद
मध्यरात्रि के बाद, माइकल जैक्सन ने डॉ. मरे से कहा कि उन्हें नींद नहीं आ रही है और वह बहुत परेशान हैं। डॉक्टर ने उन्हें आराम देने के लिए कुछ दवाइयाँ दीं, लेकिन फिर भी उन्हें नींद नहीं आई। अंततः, डॉ. मरे ने उन्हें प्रोपोफोल दिया, जो कि एक एनेस्थेटिक है और केवल अस्पतालों में इस्तेमाल किया जाता है।
सुबह: दुःखद घटना
सुबह के लगभग 10:00 बजे, डॉ. मरे ने देखा कि माइकल जैक्सन की सांसें नहीं चल रही थीं। उन्होंने तुरंत CPR (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) शुरू किया और 911 पर कॉल किया। जब पैरामेडिक्स पहुंचे, तो उन्होंने भी माइकल जैक्सन को पुनर्जीवित करने की कोशिश की, लेकिन सभी प्रयास विफल रहे। लगभग 2 घंटे के बाद, माइकल जैक्सन को UCLA मेडिकल सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
दुनिया की प्रतिक्रिया
माइकल जैक्सन की मृत्यु की खबर सुनकर पूरी दुनिया सदमे में थी। उनके प्रशंसकों और सहयोगियों ने सोशल मीडिया और न्यूज़ चैनलों पर अपना दुःख व्यक्त किया। लाखों लोग उनकी मृत्यु पर शोक व्यक्त करने लगे। उनके घर के बाहर, स्टेपल्स सेंटर और कई अन्य स्थानों पर उनके प्रशंसकों ने मोमबत्तियां जलाईं, फूल चढ़ाए और उनके गानों को गाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
परिवार की प्रतिक्रिया
माइकल जैक्सन की मृत्यु उनके परिवार के लिए बेहद कठिन समय था। उनके भाई, जर्मेन जैक्सन ने मीडिया को बताया कि परिवार इस खबर से बहुत दुःखी और हताश है। उनकी मां, कैथरीन जैक्सन, और उनके पिता, जो जैक्सन, ने भी अपने बेटे के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया।
कानूनी कार्यवाही
माइकल जैक्सन की मृत्यु के बाद, उनके डॉक्टर, डॉ. कॉनराड मरे पर आपराधिक लापरवाही का आरोप लगाया गया। अदालत में यह साबित हुआ कि डॉ. मरे ने माइकल को प्रोपोफोल दिया था और उसकी सही तरीके से देखभाल नहीं की थी। 2011 में, डॉ. मरे को गैर-इरादतन हत्या का दोषी ठहराया गया और उन्हें 4 साल की जेल की सजा सुनाई गई।
माइकल जैक्सन की विरासत
माइकल जैक्सन की मृत्यु के बाद, उनकी संगीत और उनके योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। उन्होंने अपने जीवन में जो उपलब्धियाँ हासिल कीं, वह उन्हें एक संगीत लेजेंड के रूप में स्थापित करती हैं। उनके गाने, डांस मूव्स और उनकी असीम ऊर्जा ने दुनिया भर के लाखों लोगों को प्रेरित किया।
उनके निधन के बाद भी, उनकी संगीत और उनके द्वारा किए गए कार्य आज भी जीवित हैं। “दिस इज़ इट” फिल्म, जो उनकी अंतिम रिहर्सल की झलक दिखाती है, उनके प्रशंसकों के लिए एक अमूल्य तोहफा है। उनकी विरासत उनके परिवार, उनके प्रशंसकों और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनी रहेगी।
माइकल जैक्सन की ज़िन्दगी के आखरी 24 घंटे एक दर्दनाक याद के रूप में हमारे सामने हैं। वह एक महान कलाकार थे जिन्होंने अपने संगीत और कला के माध्यम से दुनिया को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी मृत्यु एक अचंभित करने वाली घटना थी जिसने उनके प्रशंसकों और संगीत जगत को गहरा आघात पहुंचाया। आज भी, उनके गाने और उनकी यादें उनके प्रशंसकों के दिलों में जीवित हैं, और वह हमेशा “किंग ऑफ पॉप” के रूप में हमारे दिलों में बसे रहेंगे।