दुबई के शेख समुद्र में 5 kilometer तक फैला एक ऐसा आइलैंड बनवा रहे जिसके हर विला के बाहर प्राइवेट बीच मौजूद होगा समंदर की खतरनाक laharon को रोक कर वहां एक लग्जरी आइलैंड बनाने का सुहाना खाब जो दुबई के शेख ने देखा था वो इंजीनियरिंग और वर्कर्स के लिए दुबई की कॉस्ट लाइन जो सिर्फ 70 kilometer पर फैली हुई थी उसको 124 किमी तक फैलाने के लिए यह पैम शॉप का आइलैंड डिजाइन किया गया इस पैम शॉप के आइलैंड को समंदर की laharon से बचाने के लिए इंजीनियर ने जब एक आउटर वॉल बनाने का फैसला किया तो उसके लिए 99 लाख तन पत्थर अरेंज कहां से किए गए जिन पत्तों को समंदर में डालकर यह आउटर आइलैंड बनाया जा रहा था unmen से अगर एक भी पत्थर सही पोजीशन में नहीं रखा गया तो आइलैंड किसी भी वक्त ता भूमिका निशाना बन सकता है यह चेक करने के लिए डायवर्स 30 मीटर पानी के नीचे जाते द और हर एक पत्थर की पोजीशन चेक करके बाहर बैठी टीम को Okay का सिग्नल देते द

चैलेंज नंबर फाइव पैम जुमैरा की कंस्ट्रक्शन स्टार्ट हुए अभी 6 महीने गुजर चुके द और इंजीनियरिंग टीम ने 4 किमी लंबा ब्रेक वाटर बना दिया था लेकिन 7 kilometer अभी भी बनाना बाकी था दुबई के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन रशीद अल maktoom ने इंजीनियरिंग टीम को यह आइलैंड बनाने के लिए जो डेड लाइन दी थी वो थी सिर्फ और सिर्फ ढाई साल यानी अब इंजीनियर के पास बकाया सिर्फ 21 महीने बचे द jismein यह ब्रेक वाटर भी कंप्लीट करना था और साथ-साथ इसके अंदर पैम शॉप का आइलैंड भी इंजीनियर के लिए खड़ा होने वाला चैलेंज यह था की अगर इन्होंने ब्रेक वाटर कंप्लीट करने के बाद अंदर के आइलैंड बनाने का कम शुरू किया तो यह शेख की दी गई हैडलाइन पर पूरा नहीं उतर सकेंगे और अगर पहले अंदर के आइलैंड पर कम शुरू होगा तो समंदर की laharen इस आयरलैंड को निगल जाएंगी यानी अब इंजीनियर एक ऐसे जाल में फैंस चुके द jismein से निकलने के लिए उनको अपनी प्लानिंग चेंज करनी पड़ी इस चैलेंज से निपटने के लिए इंजीनियर ने फैसला किया की दोनों आइलैंड्स की कंस्ट्रक्शन एक साथ चलेंगी यानी जैसे-जैसे ब्रेक वाटर बनता चला जाएगा उसे हिस्से के अंदर पैम आइलैंड को भी साथ साथ ही बनाना पड़ेगा अभी ये प्लानिंग हुई ही थी की सर्दियों का मौसम ए पहुंचा और एक नई मुसीबत गले पद गई हर साल सर्दियों के मौसम में अरेबियन गर्ल्स तेज हवाओं के निशाने पर रहता है जिनको संभल स्टोर्स कहा जाता है इन तेज हवाओं की वजह से समंदर काफी भयानक हो जाता है इतना भयानक के इसमें ट्रेवल करना ही बहुत मुश्किल होता है आइलैंड की कंस्ट्रक्शन के लिए समंदर का पुर| सुकून होना बहुत जरूरी था इस तूफान की वजह से दो mahinon तक कंस्ट्रक्शन का कम हॉट पर था लेकिन इन दो mahinon के दौरान कंस्ट्रक्शन टीम ने अपना अपना टाइम साया नहीं किया बल्कि एक ऐसे मसाले का सॉल्यूशन ढूंढने लगे जो वाकई एक बहुत ही मुश्किल टास्क था

चैलेंज नंबर सिक्स पैम आइलैंड को बनाने के लिए 94 मिलियन क्यूबिक मीटर sand चाहिए थी अगर वजन के हिसाब से बात की जाए तो इस पैम ट्री शॉप के आइलैंड को बनाने के लिए hairatange स्टोर पे डेढ़ करोड़ तन वजनी रेट रिक्वायर्ड थी जो की वाकई एक सर फिर देने वाला तस था चैलेंज यह नहीं था की इतनी सारी रेट आइलैंड साइट तक pahunchai कैसे जाएगी बल्कि चैलेंज यह था की इतनी सारी रेट लाई कहां से जाएगी अगर आप यह समझ रहे हैं की यह रेट दुबई के रेगिस्तान से उठाई जाएगी तो आपका अंदाजा बिल्कुल गलत है दुबई के रेगिस्तान में बेशक इतनी रेट है की उसकी कोई लिमिट नहीं लेकिन यह रेट बहुत ही बारीक है जिसको अगर पानी में डाला गया तो वो पानी में मिक्स हो जाएगी यानी इंजीनियर को एक ऐसी रेट चाहिए थी जो पानी में मिक्स भी ना हो और जिससे आइलैंड मजब गलती से खड़ा भी रहे रिसर्च के बाद मालूम पड़ा की इस कम को अंजाम देने के लिए जो रेट चाहिए थी वह समंदर के बॉटम से ही मिलेगी कंस्ट्रक्शन साइट से 10 kilometer दूर समंदर में एक ऐसा पॉइंट तलाश किया गया जहां बॉटम पर इतनी ज्यादा रेप थी जो इस आयरलैंड को बनाने में पुरी पद सकती है समंदर के बॉटम से ये रेट nikaalne के लिए ड्राइवर का इस्तेमाल किया गया जो रेट को शक करके अपने टैंक में भर लेता था सिर्फ 1 घंटे में यह ट्रेजर 8000 तन बजनी रेट अपने टैंक में भर लेता था और फिर कंस्ट्रक्शन साइट पर आकर यह रेट स्प्रे कर दी जाती थी इस पूरे प्रक्रिया को rainbowing कहा जाता है रेट को nikaalne से लेकर कंस्ट्रक्शन साइट तक ले जाने में एक ब्लेजर को 4 घंटे लगते द और एक वक्त में 8000 तन रेट ट्रांसपोर्ट की जाती थी यानी अगर यह ट्रेजर सिर्फ दे टाइमिंग्स में 12 घंटे कम करेगा तो पूरे डेढ़ करोड़ तन रेट लाने में दो साल लग जाएंगे लेकिन इंजीनियर के पास इतना टाइम कहां था इसीलिए यह फैसला किया गया की एक वक्त में कई ड्रेसर्स ये कम अंजाम देंगे ताकि कम से कम टाइम में शेख की दी हुई डेडलाइन पर पूरा उतर सकें चैलेंज नंबर सेवन पाम ट्री शॉप के आइलैंड को रेन बोइंग के जरिए से बनाना इतना आसान भी नहीं था इस पूरे प्रोजेक्ट में सिर्फ एक लाइन सीधी थी बाकी सारी लाइंस कर्व्ड शॉप में थी और खास तौर पे ट्री का ये कॉम्प्लिकेटेड शॉप इंजीनियर के लिए काफी मुश्किल ही कर रहा था ब्रीज़र समंदर में रेट इस प्रेत तो कर रहा था और आहिस्ता आहिस्ता आइलैंड का कुछ हिस्सा समंदर के ऊपर भी ए चुका था लेकिन अब जानना यह था की जो शॉप ये लोग बनाना चाह रहे द वह वाकई बन भी रही है की नहीं अगर गलत पोजीशन में रेट स्प्रे की गई तो ना सिर्फ आइलैंड का शॉप बर्बाद होगा बल्कि पैसा और टाइम दोनों बर्बाद हो सकते इसी वजह से यह फैसला किया गया की 650 किमी ऊपर आसमान में अर्थ के खेत घूमने वाली सैटेलाइट की मदद ली जाए जी हान अर्थ के गिर्द घूमने वाली सैटेलाइट के जरिए पैम जुमैरा साइट की फोटोस ली गई जिससे ये साबित हुआ की अभी तक आइलैंड का जितना भी कम हुआ है उसकी शॉप प्लेन के मुताबिक ही है शेख को यह जानकर खुशी तो हुई लेकिन जैसे-जैसे ट्रेजर सैंड स्प्रे करता जा रहा था उसकी मुश्किलात में उतना ही ज्यादा izaafa भी होता जा रहा था ना ही समंदर में ट्री शॉप की कोई आउटलाइन थी और ना ही ऐसी कोई आउटलाइन यहां बनाई जा सकती थी ट्रेजर का अंदाजा से समंदर में रेट स्प्रे करके पाम ट्री शॉप को मेंटेन रखना काफी ज्यादा मुश्किल हो रहा था अब इंजीनियर को कुछ ऐसा करना था जिससे ट्रेजर को पिन पॉइंट एक्यूरेसी पता चल सके और वह फिर वही तक रेट स्प्रे करें इस कम को अंजाम देने के लिए जीपीएस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल वर्कर्स जिनके हाथ में जीपीएस यूनिट मौजूद द वह आयरलैंड के बॉर्डर पे वॉक करते जाते और उनकी पोजीशन का रियल टाइम डाटा से होता जाता था जीपीएस coordinate का यह डाटा को भेजा जाता था और ट्रेजर सिर्फ उसी पॉइंट पर रेट स्प्रे करता था जहां मैनुअली इंसान वॉक करके गया था ये सॉल्यूशन पुरी तरह कम कर रहा था और अब ट्रेजर बिन पॉइंट एक्यूरेसी से आइलैंड के बॉर्डर पे फीलिंग कर रहा था चैलेंज नंबर एट पैम जुमैरा की कंस्ट्रक्शन को स्टार्ट हुए एक साल से भी ऊपर हो चुका था ब्रेक वाटर 8 kilometer बन चुका था और दूसरी तरफ पैम आयरलैंड की टीम भी दिन रात सिर्फ इसी कम पर लगी थी अभी तक पैम आइलैंड की 16 में से 9 shakhye बन चुकी थी तभी इंजीनियरिंग टीम के सामने एक ऐसा चैलेंज खड़ा हुआ जो उनके वह गुमान में भी नहीं था ब्रेक वाटर जिसको असल में समंदर की ताकतवर laharen रोकने के लिए बनाया जा रहा था उसने अपना हम दिखाना शुरू कर दिया था वह वाकई laharon को तो अच्छी तरह रोक रहा था लेकिन अब आइलैंड के अंदर पानी का बहाव कम हो चुका था यानी जो पानी आइलैंड की अंदरूनी साइड पे था वो एक ही जगह खड़ा रह कर मेला और बदबूदार होने लगा था ये एक ऐसा मसाला था की अगर अभी इसका कोई सॉल्यूशन ना निकाला गया तो इस बात का पूरा चांस था की शेख का यह प्रोजेक्ट बुरी तरह से फ्लॉप हो जाएगा अब इस मसाले से निपटने के लिए आइलैंड के डिजाइन में चेंज करना जरूरी था कुछ तो ऐसा करना होगा जिससे आइलैंड के अंदरूनी साइड पर पानी चलता रहे ताकि वो खराब ना होने पाए खुशकिस्मती से इंजीनियर को इसका एक अच्छा सॉल्यूशन मिल गया यह फैसला किया गया की ब्रेक वाटर को दो sideon से तोड़कर वहां ब्रिज बनाए जाएंगे ताकि एक साइड से पानी का प्रेशर अंदर जाए और दूसरी साइड से बाहर निकल सके यह सॉल्यूशन आखिरकार कम कर गया और पूरे दो हफ्तों के बाद आइलैंड सुंदर फंसा बदबूदार पानी आहिस्ता आहिस्ता वापस बाहर निकल गया चैलेंज नंबर नाइन अगस्त 2003 में पैम जुमेरा का ब्रेक वाटर कंप्लीट हो चुका था 99 लाख तन पत्थरों से बना 250 मीटर चौड़ा ये ब्रेक वाटर समंदर की laharon को अच्छी तरह से रोके हुए था इसके एक ही महीने के बाद पैम आइलैंड की टीम से भी अच्छी खबर ए गई 1.5 करोड़ तन रेट से बनाए जाने वाले पैम ट्री की 16 शेख भी कंप्लीट कर ली गई थी जो एक साल से मुसलसल चल रहे द उनका भी आराम करने का वक्त अब ए चुका था इंजीनियरिंग टीम ने वक्त से पहले ही हैरत अंगे स्टोर पे पूरा आइलैंड कंप्लीट कर लिया था और अब इस पर विलास शॉपिंग मॉल और होटल बनाने की बारी थी लेकिन मसाले ऐसे द जो किसी भी सूरत में इंजीनियरिंग टीम की जान नहीं छोड़ रहे द अब एंड टाइम पर एक ऐसा चैलेंज ए खड़ा हुआ जिसने पूरे आयरलैंड के लिए खतरा पैदा कर दिया था जो रेट डालकर का का शॉप बनाया कंपैक्ट हो रही थी और आइलैंड के कई हिस्से वापस पानी में जाना शुरू हो चुकी थी शेख के सपने के मुताबिक इस आइलैंड पर मेटल रोड और हजारों बिल्डिंग्स बन्ना थी लेकिन उसके लिए जरूरी ये था की आइलैंड की रेट बिल्कुल ठोस हो ये मसाला पुरी इंजीनियरिंग टीम के गले में ए चुका था और इसी वजह से सारा कम एक बार फिर से होल्ड हो गया इस मसाले का जल्द जल्द सॉल्यूशन निकलना बहुत जरूरी था क्योंकि ये वो पॉइंट था जब पुरी दुनिया की najrein इसी प्रोजेक्ट पर टिकी थी और इस आइलैंड की वजह से दुबई के शेख की इज्जत डाओ पर लगी थी इस मसाले के अलावा एक और मसाला भी था दुबई अपनी ज्योग्राफी का लोकेशन के हिसाब से वैसे ही अर्थ को एक जोन के करीब है और अगर यहां कोई अर्थ कोई आया तो इसके इंतहा ही खौफनाक नाटज हो सकते हैं पैम आइलैंड की रेट जो पहले ही कंपैक्ट नहीं थी और कोई के सिर्फ यही jhatake से यह पूरा आइलैंड ऐसे ही खत्म हो सकता था जैसे इस पॉट में पड़ी रेट पानी के अंदर जा रही है इस मसाले का सिर्फ एक ही सॉल्यूशन था की आइलैंड की रेट को 12 मीटर की गहराई तक कंपैक्ट किया जाए जब के नॉर्मल रोड रोलर सिर्फ 6 मीटर की गहराई तक रेट को प्रेस कर सकता है अब इस मसाले से जान chhudaane के लिए इंजीनियर एक नया तरीका मैदान में लेकर आए एक ऐसी हाइड्रोलिक ड्रिल मंगाई गई जो जमीन में जाकर अंदर वाइब्रेशन पैदा करती थी इस वाइब्रेशन से रेट के jarrat कंपैक्ट हो जाते द और जिस जगह ड्रिल सुराग करती थी वहां का हिस्सा फुल सॉलिड हो जाता था यह एक्सपेरिमेंट पुरी तरह कामयाब हो चुका था lihaja अब इस तरह के ढाई लाख से भी ज्यादा सुराख करके 5 kilometer तक फैले पूरे पैम आइलैंड को ठोस बना लिया गया जिस आइलैंड को बनाने में 7 साल का वक्त लगना था 40 हजार वर्कर्स की मदद से इसको सिर्फ 3 सालों में ही कंप्लीट करके एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना लिया गया जनवरी 2009 में सारी बिल्डिंग्स बनाने के बाद पहली बार पैम जुमैरा पब्लिक के लिए ओपन कर दिया गया.

By Naveen

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