मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर सहित 20 राज्यों में 11 मई तक तूफान आने की आशंका है. चेतावनी के बाद दिल्ली-एनसीआर में तेज हवाएं, धूल भरी आंधी और बारिश हुई. मौसम विभाग ने दिल्ली, गुड़गांव, नोएडा के साथ उत्तर प्रदेश के मेरठ और राजस्थान में तूफान की चेतावनी जारी की थी. भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा कि उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, ओडिशा, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, कर्नाटक और केरल आंधी-तूफान से प्रभावित हो सकते हैं. चेतावनी के बाद इमरजेंसी सेवाएं को अलर्ट पर रखा गया है. तूफान जब आता है तो भारी तबाही मचती है और कई लोगों की जान चली जाती है. यहां पर हम आपको उन सबसे खतरनाक तूफान के बारे में बता रहे हैं जिनमें लाखों की जानें चली गईं थीं.
1.
बांग्लादेश में 12 और 13 नवंबर 1970 को ये चक्रवाती तूफान आया था. ये तूफान इतना खतरनाक था कि करीब 5 लाख जानें चली गईं थीं. इस तूफान ने 185 किलोमीटर तक कहर बरपाया था. इस तूफान से गांवो और फसलों को भारी नुकसान हुआ था.
2.
दुनिया का सबसे खतरनाक तूफान बांग्लादेश में 1989 को आया था. ये तूफान 26 अप्रैल को बांग्लादेश के माणिकगंज जिले में आया था, जिसमें करीब 1300 लोग मारे गए थे और 12 हजार लोग बेघर हो गए थे. दौलतपुर और सतुरिया में करीब 80 हजार लोग बेघर हो गए थे.
3.
नवंबर 1994 को मिस्र के द्रोन्का क्षेत्र में तूफान के चलते 500 लोगों की मौत हो गई थी. बाढ़ और तूफान ने यहां कहर बरपाया था. तेल के 3 भंडार टैंकों में बिजली गिरने से 5 हजार टन का तेल बरबाद हो गया था. इससे रेलवे पर भी असर पड़ा था. तेल भंडार में बिजली गिरने से आग लग गई थी.
4.
जिम्बाब्वे को 1975 के दौरान रोडेशिया कहा जाता था. 23 दिसंबर 1975 में ईट भट्टी पर बिजली गिरने से 21 लोगों की उसी वक्त मौत हो गई थी. इसके बाद यहां कई बार तूफान आने के बाद बिजली गिरी, जिससे काफी नुकसान हुआ था.
5.
30 अप्रैल 1888 को मुरादाबाद में इतनी खतरनाक बारिश हुई थी कि 246 लोगों की मौत हो गई थी. क्रिकेट बॉल के आकार के ओले गिरे थे. करीब 1600 जानवरों की मौत हुई थी.