टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए भारतीय टीम की कमान रोहित शर्मा के हाथों में रखी गई है. वहीं उप कप्तानी की जिम्मेदारी हार्दिक पंड्या के कंधों पर है. उम्मीद जताई जा रही है कि रोहित शर्मा के बाद हार्दिक पंड्या को ही टीम इंडिया का अगला कप्तान नियुक्त किया जाएगा. मगर एक समय ऐसा था जब पंड्या कप्तानी के प्रबल दावेदार नहीं थे. बल्कि भारतीय टीम के अगले कप्तान के तौर पर श्रेयस अय्यर को तैयार किया जा रहा था. वह देश के लिए तीनों फॉर्मेट में शिरकत कर रहे थे. मगर उनकी एक गलती ने उनके करियर पर काफी बुरा प्रभाव डाला है.
मौजूदा समय में वह बीसीसीआई के 2024-25 सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से भी बाहर हैं. यही नहीं टीम में वापसी के लिए भी वह जद्दोजहद कर रहे हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि जब अय्यर को लेकर इतने प्लान बनाए गए थे तो अचानक से ऐसा क्या हो गया जो उन्हें टीम में वापसी के लिए अब सोचना पड़ रहा है.
दरअसल, श्रेयस अय्यर के साथ-साथ ईशान किशन ने बीसीसीआई के साथ बिना किसी विचार विमर्श के व्यावहारिक रूप से खुद को भारत के लिए खेलने से अनुपलब्ध बताया था.
यही बात बोर्ड को नागवार गुजर गई. दोनों खिलाड़ियों को पहले टीम से बाहर का रास्ता दिखाया गया और कहा गया कि वह रणजी ट्रॉफी में प्रदर्शन कर दोबारा भारतीय टीम में दस्तक दें.
मगर उन्होंने बोर्ड की यह बात भी नहीं सुनी. जिसके बाद बीसीसीआई ने कड़ा एक्शन लेते हुए उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर का रास्ता दिखा दिया.
रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई के पूर्व मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने इस मुद्दे पर खास बातचीत की है. उनका कहना है श्रेयस अय्यर को एक खास प्रणाली के माध्यम से तैयार किया जा रहा था.
प्रसाद ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा चयन समिति विराट कोहली और रोहित शर्मा के बाद भविष्य के रूप में श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत को देख रही थी.
इस रेस में अय्यर, पंत से आगे चल रहे थे. उनका घरेलू क्रिकेट में भारत ए की कप्तानी करते हुए रिकॉर्ड बेहतरीन था. यही वजह है कि उन्हें कप्तानी के रोल में तैयार किया जा रहा था. कप्तानी की रेस में वह पंत से हमेशा एक कदम आगे थे.